रिश्तों की पाठशाला वहाँ चलती है।
जहां राजनीति और गणित के विषय
नहीं होते। किसी के लिए कितना भी
कर लीजिए,पर वो याद वही रखेगा।
जो आप कर नहीं पाए
रिश्तों की पाठशाला वहाँ चलती है।
जहां राजनीति और गणित के विषय
नहीं होते। किसी के लिए कितना भी
कर लीजिए,पर वो याद वही रखेगा।
जो आप कर नहीं पाए