बोलना कोई बड़ी बात नहीं है।
नहीं बोलना भी कोई बड़ी बात
नहीं है। लेकिन बोलने और नहीं
बोलने का विवेक रखना सबसे
बड़ी बात है।
बोलना कोई बड़ी बात नहीं है।
नहीं बोलना भी कोई बड़ी बात
नहीं है। लेकिन बोलने और नहीं
बोलने का विवेक रखना सबसे
बड़ी बात है।