कितना जीना है। ये हमारे हाथ मे नहीं है
पर कैसे जीना है। ये हमारे हाथ मे है
हमेशा मुस्कुराते रहिए,कभी अपने लिये
कभी अपनों के लिये
**शुभ प्रभात**
कितना जीना है। ये हमारे हाथ मे नहीं है
पर कैसे जीना है। ये हमारे हाथ मे है
हमेशा मुस्कुराते रहिए,कभी अपने लिये
कभी अपनों के लिये
**शुभ प्रभात**