अनुपयोगिता से लोहा जंग खा जाता है
स्थिरता से पानी अपनी शुद्धता खो देता है
इसी तरह निष्क्रियता मस्तिष्क की ताकत
सोख लेती है। इसलिए जीवन में निरंतर सक्रिय रहें।
अनुपयोगिता से लोहा जंग खा जाता है
स्थिरता से पानी अपनी शुद्धता खो देता है
इसी तरह निष्क्रियता मस्तिष्क की ताकत
सोख लेती है। इसलिए जीवन में निरंतर सक्रिय रहें।